69000 Shikshak Bharti Ghotala: 19000 अभ्यर्थियों को गलत तरीके से मिली नियुक्ति को लेकर हाईकोर्ट में हुई बैठक, प्रदेश अध्यक्ष तथा सचिव भी हुए शामिल। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा आरक्षण की मार झेल रहे युवाओं ने 26 जुलाई बुधवार को हाईकोर्ट परिसर में बैठक की।
69000 Shikshak Bharti Ghotala शिक्षक भर्ती घोटाले में छात्रों ने हाईकोर्ट में की बैठक
इस बैठक में प्रदेश सचिव पुष्पेंद्र सिंह जेलर, नितिन पाल, राजन जायसवाल, रवि निषाद, शैलेंद्र कुमार आदि लोग उपस्थित थे। इस बैठक में अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव के बयान से नाराज दिखे और कई आरोप भी लगाए गए।
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अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल वायरल वीडियो जोकि गलत प्रकार से हुई 19000 नियुक्ति के सपोर्ट में माहौल बनाने की बात कर रहे थे उसपर आपत्ति जाहिर की।
छात्रों ने आगे कहा कि पिछड़ा दलित संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कश्यप तथा प्रदेश संरक्षक भास्कर सिंह पर इस घोटाले को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। अभ्यर्थियों ने कहा कि विभाग द्वारा अभी तक भर्ती की मूल चयन सूची को सही नियमों के हिसाब से तैयार नहीं किया है। जिसमें अभ्यर्थियों की कैटेगरी, सब कैटेगरी, उम्र आदि की डिटेल निर्धारित होनी चाहिए।
शिक्षक भर्ती घोटाले से आगामी भर्ती में हो रही है देरी
उत्तर प्रदेश में पिछली सुपर टेट शिक्षक भर्ती 69000 पदों पर आई थी जिसे कई साल हो गए। लेकिन अभी तक इस भर्ती को शत प्रतिशत पूर्ण नहीं माना जा रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या इसी भर्ती के कारण प्रदेश में कोई नई शिक्षक भर्ती नहीं आ रही है। तो इसका जवाब है जी हां।
यूपी में नए सेवा चयन बोर्ड के गठन के बाद होगी नई शिक्षक भर्ती
69000 Shikshak Bharti Ghotala को देखते हुए योगी सरकार ने नए सेवा चयन बोर्ड गठित करने की प्रक्रिया शुरू करी थी। जिसमें कहा गया था कि शिक्षक भर्ती तथा अन्य भर्तियों में हो रहे घोटालों को खत्म करने के लिए नए सेवा चयन आयोग का गठन जरूरी है। इसलिए प्रदेश में अब नए चयन बोर्ड का गठन किया जाएगा।
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