Primary School New Admission Criteria 2024: प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश के बादल गये नियम, पहली कक्षा में प्रवेश के लिए बच्चों की नयी योग्यता तय

Primary School New Admission Criteria 2024: प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश के बादल गये नियम, पहली कक्षा में प्रवेश के लिए बच्चों की नयी योग्यता तय। प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश लेने वाले नये बच्चों के लिए आधिकारिक सूचना आ चुकी है। जिसके तहत अब से प्राइमरी स्कूलों में प्रवेश लेने वाले बच्चों के लिए नयी तोग्यताओं को निर्धारित किया गया।

इन नयी योग्यताओं के बारे में अब सभी अभिभावक को जानकारी होनी चाहिए। ताकि भविष्य में उन्हें समस्याओं का सामना न करना पड़े। तो क्या है इस बारे में पूरा अपडेट इसके बारे में पूरी डेटेल्स आगे दी गई है। तो यदि आप इसके इच्छुक हैं तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ें और जानकारी प्राप्त करें।

Primary School New Admission Criteria 2024 की जानकारी

आपको बता दें जिस योग्यता की बात हम करने वाले हैं वह प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पहली में प्रवेश के नियमों को लेकर है। अतः उससे पहले प्री प्राइमरी से संबंधित भी आपको संक्षिप्त जानकारी दी जायेगी। जैसा कि आपको पता होगा कि प्राथमिक स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं। जिसके आधार पर बच्चों का प्रवेश लिया जाता है।

हालाँकि वही नियम निजी स्कूलों में भी लागू होते हैं किंतु कई बार यह देखा गया है कि निजी स्कूलों में मनमाने तरीक़े से प्रवेश लिया जाता है। लेकिन आज हम आपको सरकारी स्कूलों के बारे में बतायेंगे। क्योंकि ऐसे घरों से आने वाले बच्चे जिनकी आर्थिक स्थिति निजी स्कूलों में प्रवेश दिलाने की नहीं है वे प्राइमरी सरकारी स्कूलों को प्राथमिकता देते हैं।

प्राथमिक स्कूलों में प्रवेश के नये नियम

आपको बता दें प्रवेश के लिए बच्चों की पुरानी उम्र सीमा 5 वर्ष हुआ करती थी। जिसे बढ़ाकर 6 वर्ष कर दिया गया है। अब कोई बच्चा जो पहली कक्षा में प्रवेश लेना चाहते हैं उसकी कम से कम उम्र 6 वर्ष की होनी चाहिए। इससे कम उम्र के बच्चों को प्राथमिक कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह बच्चा पढ़ नहीं पाएगा।

आपको बता दें 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को प्री प्राइमरी में प्रवेश दिया जाएगा। जहाँ से बच्चों को अच्छी शिक्षा भी मिलेगी तथा अगले वर्ष वे प्रथम कक्षा में दाख़िला ले सकेंगे उसके योग्य हो जाएँगे। उम्र सीमा में वृद्धि करने के पीछे कुछ आधिकारिक बिंदुओं को शामिल किया गया है। जिसकी जानकारी आगे दी गई है।

प्राथमिक दाख़िला योग्यता बदलने के पीछे का कारण

बच्चा जब 6 वर्ष से कम उम्र में पहली कक्षा में दाख़िला लेता है तो उसकी रुचि कक्षा एक वाली नहीं होती है। वह उस कक्ष के प्रति उतना जिज्ञासु नहीं दिखता है और उसका मानसिक तथा शारीरिक विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है। और यह माहौल उसकी गतिविधियों पर बुरा प्रभाव सालती हैं। ऐसी समस्याओं से बचने के लिए नियमों में बदलाव करना ज़रूरी था।

जब बच्चा पहले प्री प्राइमरी से होते हुए पहली कक्षा में दाख़िला लेता है तो उसका मानसिक विकास अच्छा होता है। तथा कुछ भी सीखने के लिए वह उत्साहित होता है। जिससे उसके शरीरी तथा मानसिक दशा अच्छी रहती है तथा दबाव ना लेकर आत्मविश्वास के साथ अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करता है जिसमें धीरे धीरे उसकी कुशलता में वृद्धि होती है। अतः 6 वर्ष से पहले प्री प्राइमरी तथा 6 वर्ष का होने पर प्राइमरी में पहली में प्रवेश लेना अनिवार्य हो गया है।

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