Bed vs BTC MP 2024: बीएड के प्राथमिक में शामिल होने के मामले पर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने दिया बड़ा आदेश: बीएड बनाम बीटीसी का मामला ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीम कोर्ट के 11 अगस्त 2023 के फ़ैसले के बाद भी अभी तक इस मामले की सुनवाई कहीं ना कहीं चल ही रही है। हाल ही में 8 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में पुनः सुनवाई के बाद कोर्ट ने फ़ैसला सुनाया कि 25 नवंबर 2021 के बाद से 11 अगस्त 2023 के बीच हुई जितनी भी नियुक्तियों में बीएड को प्राथमिक में शामिल किया गया है इस पर राज्य का हाई कोर्ट फ़ैसला ले सकता है उसी का फ़ैसला मान्य होगा।
25 नवंबर 2021 के बाद हुई नियुक्तियाँ (Bed vs BTC MP 2024)
आपको बता दें 25 नवंबर 2021 वह तारीख़ है जिसे शिक्षक बनने वाले कभी नहीं भूल सकते। यह वही डेट हैं जब राजस्थान हाई कोर्ट ने बीएड बनाम बीटीसी मामले पर पहली बार बीएड को प्राथमिक से बाहर करने का आदेश दिया था। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट गया था जहां पर सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाई कोर्ट के आदेश को आधार मानकर फ़ैसला दिया था।
बात करें मध्य प्रदेश में 25 नवंबर 2021 से 11 अगस्त 2023 के मध्य कितनी नियुक्तियों हुईं तो इस बीच कुल 21962 पदों पर प्राथमिक में शिक्षकों का चयन हुआ जिसमें 11583 शिक्षक बीएड के चयनित हुए थे। जब यह मामला मध्य प्रदेश की हाई कोर्ट में ले जया गया तो सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सख़्त आदेश दिया कि 24 अप्रैल 2024 को पुनः इस मामले की सुनवाई होगी।
इसके क्योंकि पर्याप्त डेटा मौजूद नहीं है। कोर्ट ने राज्य शासन को आदेश दिया है कि आगामी 24 अप्रैल को उन सभी शिक्षक भर्तियों का तुलनात्मक चार्ट पेश किया जाये जो 25 नवंबर 2021 से 11 अगस्त 2023 के मध्य में संपन्न करायी गई है। 24 अप्रैल को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में पुनः सुनवाई होगी। आग देखना होगा कि चयनित बीएड शिक्षकों पर क्या फ़ैसला आता है।