UP Shikshak Promotion 2024: प्रदेश में शिक्षकों के पदोन्नति से खुलेंगे नयी भर्ती के रास्ते, आधिकारिक सूचना जारी

UP Shikshak Promotion 2024: प्रदेश में शिक्षकों के पदोन्नति से खुलेंगे नयी भर्ती के रास्ते, आधिकारिक सूचना जारी: उत्तर प्रदेश में जहां शिक्षकों के लिए मरमरी नाची हुई है। क्योंकि भर्ती के लिए इंतज़ार बढ़ता जा रहा है। इसका एक कारण शिक्षक छात्र अनुपात को बताया जा रहा था। किंतु अब यह समस्या समाप्त होते नज़र आ रही है। आपको बता दें कि बेसिक शिक्षकों के पदोन्नति के संबंध में नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस को आप आगे पूरा देख सकते हैं।

UP Shikshak Promotion 2024

उत्तर प्रदेश में कार्यरत शिक्षकों के लिए विभाग तथा सरकार ने पदोन्नति करने का विचार बनाया है। इसके लिए समस्त तैयारिया की जा रही हैं। आपको बता दें कि राज्य में 2015 से शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हुई है। और तो और कुछ जगहों पर तो 2006 के बाद से ही प्रमोशन प्रक्रिया नहीं लायी गई है। अतः इस सूखे को ख़त्म करने के लिए आधिकारिक नोटिस जारी हो चुका है। यह पत्र उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ यूपी द्वारा भेजा गया है। जिसमें पदोन्नत्ति संबंधित समस्त विवरण लिखा गया है।

हाई कोर्ट द्वारा पदोन्नति के दिये सख़्त आदेश

आपको बता दें पदोन्नति के लिए चाहे पक्ष अथवा विपक्ष के लिये हो काफ़ी अधिक याचिकाएँ हाई कोर्ट में दाखिल की गई थी। किंतु 11 मार्च 2024 के हाई कोर्ट खंडपीठ प्रयागराज द्वारा जीतने भी लंबित याचिकाएँ थी उन्हें ख़ारिज करते हुए पदोन्नति करने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा जल्द से जल्द नियमावली तैयार करके शिक्षकों का प्रमोशन किया जाये। अब जैसा कि आपको पता ही है कि इस समय अचार संहिता लागू है अतः पदोन्नति नहीं की जाएगी। किंतु कोर्ट नेक कहा कि वरिष्ठता सूची तैयार करें ताकि आचार संहिता समाप्त होने पर तत्काल शिक्षकों का प्रमोशन किया जा सके।

पदोन्नति के लिए साख निर्देश

UP Shikshak Promotion 2024

आपको बता दें कि इस संबंध में शिक्षक संघ का लिखित पत्र जारी हुआ है। और जिसमें बताया गया है कि पदोन्नति के लिए प्रत्येक ज़िले के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे वरिष्ठ सूची जल्द जल्द तैयार करने को कोशिश करें। तथा प्रयाग राज बेसिक शिक्षा परिषद सचिव को भी अपने स्तर पर पदोन्नति के निर्देश देने के लिए कहा गया है।

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

x