Anganwadi Teacher Bharti 2023: आँगनवाड़ी बनेंगे प्राइमरी में मास्टर, आँगनवाड़ी कर्मचारियों को प्री प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल करने का आदेश। देश में आँगनवाड़ी कर्मचारियों की पदोन्नति के लिए राज्य सरकारों द्वारा अहम कदम उठाये जाने लगे हैं। आपको बता दें कि आंगनवाड़ी में कार्यरत कर्मचारियों के लिए प्री प्राथमिक में शिक्षक बनने की बात कही गयी थी।
जिसके लिए हिमाचल सरकार द्वारा इसपर कुछ जरूरी आदेश जारी किये गए हैं। यह आदेश हिमाचल सरकार के आदेशानुसार बाल विकास विभाग के द्वारा जारी हुआ है। बताते चलें कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर शिक्षण कार्य कराये जाने पर सभी का बहुत जोर है किन्तु अभी तक आँगनवाड़ी केंद्रों पर शिक्षण व्यवस्था शुरू नहीं हो पायी है।
केन्द्र सरकार की नयी शिक्षा निति के आधार पर आँगनवाड़ी कर्मचारियों को प्री प्राइमरी में मास्टर बनाने की योजना फिलहाल पूरी नहीं हो पा रही है। जबकि इस योजना के तहत आँगनवाड़ियों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा चुका है। देखना होगा कि हिमाचल प्रदेश के साथ साथ किस किस राज्य में कितनी जल्दी यह व्यवस्था शुरू होती है।
4500 प्री प्राइमरी शिक्षकों के पदों पर आँगनवाड़ी कर्मचारियों की नियुक्ति
हिमाचल प्रदेश में 4500 के लगभग प्री प्राथमिक शिक्षक के पद खाली पड़ें हैं। जिसपर आँगनवाड़ी की नियुक्ति करने पर जोर दिया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त योग्य आँगनवाड़ी कर्मचारियों को इन पदों के लिए योग्य माना जाये तथा निर्धारित पदों पर नियुक्ति प्रदान की जाये ऐसी चर्चाएं होनी शुरू हो गयी हैं। इस को लेकर शिक्षा सचिव तथा बाल विकास अधिकारियों के मध्य बैठक की गयी।
इस बैठक में दोनों पक्षों द्वारा अपनी अपनी समस्याएँ तथा विचार प्रकट किये गए जिसके बाद दोनों पक्षों ने सम्बन्धित विषय पर डाटा इकठ्ठा करके आगे की रणनीति बनाने पर सहमति दी। इसके साथ ही प्रदेश के शिक्षा मंत्री द्वारा यह आदेश भी दिया गया कि प्री प्राइमरी शिक्षक भर्ती का प्रस्ताव जल्द ही मंत्रिमंडल में पेश किया जाये।
बाल विकास विभाग तय करेगा प्री प्राइमरी के लिए योग्यता (Anganwadi Teacher Bharti 2023)
Himachal Pradesh Anganwadi Teacher Bharti 2023. शिक्षा सचिव ने महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक रुपाली ठाकुर के साथ बैठक की। जिसके बाद यह कहा गया कि प्री प्राइमरी के लिए शैक्षणिक योग्यता तथा वेतनमान अगली बैठक में निर्धारित किया जायेगा। आपको बताते चलें योग्यता तथा वेतन का निर्धारण बाल विकास विभाग द्वारा की किया जायेगा।
इसके साथ ही बैठक में प्रदेश में कार्यरत करीब 18950 आँगनवाड़ियों की योग्यता तथा उनकी प्री प्राइमरी शिक्षक के रूप में नियुक्ति को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। आपको यह भी जानना होगा कि हिमाचल की सुक्खू सरकार इस मुद्दे को लेकर इन दिनों काफी सख्त है। तथा गंभीरता के साथ भर्ती प्रक्रिया जल्द करने के पक्ष में है। क्योंकि यह मुद्दा पिछले करीब 4 वर्षों से विचाराधीन है।
My nem Arun Kumar
Sambhal
12th class
I am 10th class pass
Jaise pehle bhrti thi thik veise hi honi chahiye kyonki ye byabstha kebal aur kebal grib aurat jeise widow pichdi jati ki koi mahila aur 8th pass tk to thik thik lekin ab kanoon me fer badal kr noukriyon ko adjust kiya ja rha hai lekin bahut si aisi aurat hain jinki umar 35 se uper nikal chuki hai aur 8th tk pdi huyi hain un mahilaon ka kya hoga unko to koi is ke alaba koi vikalap bhi nhi hai hm yhi chahte hain ki jaise pehle tha ki helper ki education km chahiye thi vaise hi ho jaye