BEd 69000 Super TET: उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती की बात करें तो पिछले 5 सालों से कोई भी सुपर टेट शिक्षक भर्ती देखने को नही मिली है। और अभी फिलहाल कोई उम्मीद नजर भी नही आ रही है। किंतु पिछली भर्ती जोकि 69000 पदों पर निकाली गई थी उसको लेकर बहुत बड़ी अपडेट सामने आ रही है।
आपको बता दें यह अपडेट बीएड डिग्री धारक के लिए हैं जिन्होंने 69000 शिक्षक भर्ती में जॉइनिंग ली है। ऐसे 20 हजार बीएड अभ्यर्थी हैं जिनका चयन 69000 शिक्षक भर्ती में किया गया था जिनके ब्रिज कोर्स को लेकर एक सूचना सामने आई है।
ब्रिज कोर्स के लिए भटक रहे हैं बीएड अभ्यर्थी
69000 Super TET. प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बीएड को शामिल करने के लिए ब्रिज कोर्स जोकि 6 महीना का कोर्स है इसके करने की योग्यता निर्धारित थी। किंतु NCTE द्वारा उस समय यह कहकर बीएड को भर्ती में शामिल किया कि यह ब्रिज कोर्स बाद में करवा दिया जाएगा।
अब जबकि सुप्रीम कोर्ट ने बीएड को प्राथमिक शिक्षक भर्ती से बाहर कर दिया है तो पिछली भर्तियों में चयनित हुए बीएड वालों को यह दर सता रहा है कि कही बिना ब्रिज कोर्स के उनको भी न बाहर कर दिया जाए। जिसके लिए सभी अभ्यार्थी ब्रिज कोर्स की मांग कर रहे हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद ब्रिज कोर्स कराने में असमर्थ
आपको बताते चलें कि पहले जब भी प्राथमिक के लिए शिक्षक भर्ती हुई तो बीएड को ब्रिज कोर्स करवाया गया था। किंतु 69000 भर्ती में 20000 बीएड डिग्री धारकों का चयन बिना ब्रिज कोर्स किए हो गया था। और अब विभाग ने भी इसके लिए असमर्थता जाहिर की है।
यह ब्रिज कोर्स का मामला कई बार उठ चुका है पहले तो एनसीटीई ने जवाब दिया और अब बेसिक शिक्षा परिषद की तरफ से भी कह दिया गया है कि इस भर्ती से संबंधित कुछ केस कोर्ट में पेंडिंग हैं। अतः जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जायेगा तब तक ब्रिज कोर्स नहीं करवाया जा सकेगा।
69000 शिक्षक भर्ती से बीएड अभ्यर्थी हो सकते हैं बाहर (69000 Super TET)
आपको बता दें कि जो मुद्दा कोर्ट में चल रहा है वह भर्ती परीक्षा के अंकों को लेकर है। कुछ अंकों के लिए अभ्यर्थियों में संशय बना हुआ है और कोर्ट में इसके लिए याचिका पद चुकी है।
अब यदि इस याचिका के पक्ष में कोर्ट ने फैसला सुनाया तो कई बीएड अभ्यर्थी जिनका चयन हुआ है उनके लिए भी समय हो सकती है और बाहर भी किए जा सकते हैं। इसीलिए ब्रिज कोर्स को भी करवाने में देरी हो रही।
विभाग चाहता है कि कोर्ट का फैसला आने के बाद ही ब्रिज कोर्स करवाया जाए ताकि एक ही बार में सभी चयनित अभ्यर्थियों का ब्रिज कोर्स हो जाए। फैसले के बाद ही यह प्रक्रिया संभव हो सकती है।