BHU Breaking News: अगले साल BHU में लागू होगा नया नियम, BHU से स्नातक करने वालों को पढ़ने होंगे 4 अनिवार्य विषय

BHU Breaking News: अगले साल BHU में लागू होगा नया नियम, BHU से स्नातक करने वालों को पढ़ने होंगे 4 अनिवार्य विषय। स्नातक की पढ़ाई करने वालों के लिए बड़ी खबर सामने आयी है। हालाँकि यह खबर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातक करने वालों के लिए हैं। किन्तु बहुत जल्द ही यह सभी कॉलेजों में लागू किया जा सकता है।

आपको बता दें BHU ने स्नातक कोर्स के लिए कुछ नए विषयों को अनिवार्य करने की तैयारी कर ली है। यह सभी विषय जो अनिवार्य किये जायेंगे सभी छात्रों के लिए होंगे चाहे वे भारतीय हों अथवा विदेशी छात्र हों। इन विषयों की सँख्या 4 है जिनमें संस्कृति व भाषा सम्बधी विषय भी शामिल होंगे। इसकी पूरी जानकारी आपको इसी पोस्ट में आगे प्रदान की गयी है।

स्नातक में मुख्य विषयों के साथ 4 अनिवार्य विषय शामिल

सैद्धान्तिक सहमति के बाद BHU प्रबंधन द्वारा स्नातक के मुख्य विषयों के अलावा 4 अनिवार्य विषय जोड़ने की योजना बन चुकी है। यह बदलाव अगले सत्र से किये जा सकते हैं। लेकिन आपको बता दें इन 4 अनिवार्य विषयों की पढ़ाई तो युवाओं को करनी ही होगी इसके साथ ही यदि किसी छात्र ने अपनी बारहवीं में कोई विषय नहीं पढ़ा है तो वे यहाँ वह भी पढ़ सकते हैं।

यदि हम 4 अनिवार्य विषयों की बात करें तो इसमें बहुविषयक, क्षमता वृद्धि, कौशल संवर्धन तथा मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम शामिल हैं। ये 4 विषय BHU में स्नातक करने वाले समस्त छात्रों को अगले सत्र से पढ़ने पद सकते हैं। इसके साथ यह भी नियम बनेगा कि जो छात्र अपने दूसरे सेमेस्टर के अंत में विषय बदलने का फैसला ले सकते लेते हैं। तो इसके लिए उनके पास 3 वर्षीय स्नातक अथवा 4 वर्षीय स्पेशलाइजेशन कोर्स का विकल्प होगा।

इन 4 पाठ्यक्रमों में पढ़ने होंगे निम्न विषय

बहुविषयक: इसमें अभ्यर्थियों को ललित कला, शारीरिक शिक्षा, ज्योतिष तथा सामाजिक विज्ञान आदि विषय पढ़ने को मिलेंगे।

क्षमता वृद्धि: इस पाठ्यक्रम के अनुसार सभी भारतीय तथा विदेशी छात्रों को आधुनिक भारतीय भाषा का अध्ययन करना होगा।

कौशल संवर्धन: जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को कौशल विकास से जुड़े विषयों का अघ्ययन करना होगा।

मूल्य वर्धित: इसके अंतर्गत समस्त छात्रों को पर्यावरण शिक्षा समेत कई विषयों पर अध्ययन करने का मौका मिलेगा।

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