Teaching Job without BEd Degree: बिना बीएड डिग्री के भी बन सकेंगे बीएड, 12वीं पास अभ्यर्थियों के लिए आयो खुशखबरी।ऐसे कई छात्र है जिन्होंने शिक्षक छेत्र में जाने का सपना सजा रखा है तथा जो शुरू से ही शिक्षक छेत्र में प्रवेश करना चाहते है, छोटे छोटे बच्चों को शिक्षा प्रदान करके उनको भविष्य के लिए तैयार करना चाहते है।
परंतु शिक्षक छेत्र में जाने के लिए उनको कई स्टेप को पार करना पड़ता है जैसे इंटर करने के बाद स्नातक डिग्री, फिर दो साल का प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा या फिर बीएड डिग्री, उसके बाद ही जाकर वो शिक्षक बनने के लिए किसी परीक्षा में भाग ले सकते थे। इसी प्रक्रिया को आसान करने के लिए ITEP कोर्स की शुरुआत की गई।
जाने ITEP कोर्स के बारे में
ITEP का अर्थ है इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम। यह एक ऐसा एजुकेशन प्रोग्राम है जिसमे विद्यार्थी कक्षा 12वीं उत्तीन्न करने के बाद ही प्रवेश कर सकता है। इस प्रोग्राम को शुरू करने का उद्देश यह था कि छात्रों को प्रारंभिक तथा माध्यमिक जैसे विभिन्न स्तरों के कक्षाओं के लिए तैयार करना।
स्नातक, बीएड या समकक्ष डिग्री की आवश्यकता नहीं
यह ITEP कोर्स को करने के लिए छात्रों को किसी भी स्नातक, बीएड या समकक्ष प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा की डिग्री की आवश्यकता नहीं होगी। छात्र 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही इस कोर्स में दाखिला ले सकेंगे और शिक्षक बनने के सपने को पूरा कर सकेंगे।
किनके लिए महत्वपूर्ण
यह डिग्री उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होगी जिनका लक्ष्य निर्धारित है तथा शिक्षक छेत्र में ही प्रवेश करना चाहते है। कई लोग तीन वर्ष का स्नातक डिग्री लेने के बाद निर्धारित करते थे उन्हें शिक्षक छेत्र में रुचि है या नही किंतु अब स्कूल पास करते ही चार साल का यह कोर्स करने के बाद शिक्षक के परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे।
कोर्स की अवधि
ITEP का कोर्स एनसीटीई के तरफ से चार साल का निश्चित किया गया है। तथा 12वीं कक्षा पास करने के बाद यह चार साल का ITEP कोर्स करके वह शिक्षक बनने के परीक्षाओं में बैठ सकेंगे। देखा जाए तो अब तक 12वीं कक्षा करके तीन वर्ष का स्नातक फिर दो वर्ष का डिप्लोमा या बीएड डिग्री प्राप्त करने में कुल पांच साल लग जाते थे उसके बाद ही कहीं शिक्षक बनने की प्रक्रिया में शामिल हो पाते थे। परंतु अब यह चार वर्षों का ITEP कोर्स करने के बाद ही वह शिक्षक परीक्षाओं में शामिल हो सकेंगे।
इस कोर्स से मिलने वाले लाभ
नई शिक्षा नीति के अनुसार, ITEP कोर्स करने से शिक्षण छेत्र में दो चीजों का बहुत बड़ा लाभ मिलेगा जैसे कि शिक्षण छेत्र में गुणवत्ता आयेगा तथा शिक्षण छेत्र के विविधता को भी बढ़ावा मिलेगा। नई शिक्षा नीति के किए गए बदलाव शिक्षण छेत्र में नई दिशा प्रदान करेंगे। छात्रों को अपने करियर को सुगमता से शुरुआत करने का मौका मिलेगा। तथा बेहतर तरीके से बच्चों के लिए शिक्षण प्रक्रिया आसान बना पाएंगे।
प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन में सुधार
नई शिक्षा नीति में इस बदलाव को करने से प्राइमरी लेवल से लेकर हायर एजुकेशन की शिक्षण प्रक्रिया में भी आयेगा सुधार। जो विद्यार्थी अपने पढ़ाई को लेकर सीरियस होंगे और सच में शिक्षण छेत्र में शामिल होना चाहेंगे उनके लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण कोर्स साबित होगा।
अधिक जानकारी के लिए आप नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन यानी कि एनसीटीई की आधिकारिक वेबसाइट ncte.gov.in पर विजिट कर सकते है। इस वेबसाइट में ITEP कोर्स से संबंधित तथा उसके प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित सारी जानकारी दी गई है।
12th pass